Saturday, December 20, 2008

भारतीय शिक्षा

बहुत से भारतीय छात्र अपनी शान बघारने के लिए अध्ययन के लिए विदेशों में जाने के इच्छुक हैं। लेकिन इसके ठीक विपरीत दुनियाभर के छात्र किफायती, पेशेवर व अंतरराष्ट्रीय दर्जे की भारतीय शिक्षा के लिए यहां के विश्वविद्यालयों में आ रहे है।

भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद [आईसीसीआर] के सौजन्य से प्रति वर्ष लगभग 70 देशों के 3,500 छात्र अध्ययन के लिए यहां आते है। आईसीसीआर के एक अधिकारी ने बताया कि परिषद की ओर से प्रतिवर्ष ऐसे 2,000 छात्रों को छात्रवृत्तिप्रदान की जाती है।

तंजानिया की एक विशेष शिक्षा स्वयंसेविका जेसिका दयाल ने बताया कि हमारे देश के छात्र यहां इसलिए आते है, क्योंकि यहां की शिक्षा किफायती है। इसके साथ ही भारत बहुत कम समय मे उच्च गुणवत्ता वाली अच्छी शिक्षा प्रदान करता है।

दयाल यहां एक वर्ष के लिए निशक्त बच्चों की मदद करने संबंधी गुर सीखने आई है। तंजानिया के एक और छात्र साम कास्त, जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय में फार्मेसी की पढ़ाई कर रहे है। उनका कहना है कि भारत तकनीक के मामले में लगातार विकास कर रहा है। इस कारण भी हम यहां आना चाहते है।

इंडोनेशिया के डोडी सिरगार दिल्ली विश्वविद्यालय के खालसा कॉलेज से अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर रहे है। वह कहते हैं कि भारत में पढ़ाई, इंडोनेशिया के शिक्षा संस्थानो की तुलना में बहुत सस्ती है।

उज्बेकिस्तान के संगीत के छात्र हसन मीर अली, श्रीराम भारतीय कला केंद्र के संगीत व नृत्य महाविद्यालय से भारतीय शास्त्रीय संगीत की पढ़ाई कर रहे है। अली भी भारतीय शिक्षा को किफायती बताते हैं।

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